डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाए: मुख्य सचिव





लखनऊ: 15 नवम्बर, 2019

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि नये रोगी में डेंगू रोग की पुष्टि होने पर रोगी के निवास एवं आस-पास के लगभग 200 मी0 के क्षेत्र के घर-घर में एक्टिव केस सर्च व लार्वी साइडल स्प्रे तथा आई.ई.सी. गतिविधियां सुनिश्चित की जाएं तथा नगर निगम द्वारा फाॅगिंग कराई जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि डेंगू अधिसूचना का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराये जाने के साथ-साथ निजी चिकित्सालय और पैथालाॅजी के आधार पर डेंगू रोगियों की रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए बाध्य किया जाए तथा इन रिपोर्टों को जनपद की रिपोर्ट में संकलित करते हुए मुख्यालय पर प्रेषित किया जाए। 
मुख्य सचिव आज लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में डेंगू रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु अन्तर्विभागीय बैठक कर सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि नगर निकाय तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष कर डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में नियमित एवं सघन रूप से फाॅगिंग/एण्टीलार्वासाइडल स्प्रे का छिड़काव कराएं। उन्होंने कहा कि आवासीय क्षेत्रों में नालियों मंे जल का बहाव सुनिश्चित कराते हुए जल एकत्रित न होने दिया जाए तथा किसी को भी अनावश्यक जल भराव कतई न करने दिया जाए। उन्होंने कि आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, ए.एन.एम. को निर्देश किया जाए कि ज्वर से प्रभावित परिवारों के घर-घर जाकर रोगियों को यथाशीघ्र नजदीक के सरकारी अस्पताल में ले जाकर आवश्यक उपचार कराएं। 
श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि समस्त विद्यालयों में एक नोडल अध्यापक नामित किया जाए, जिसके द्वारा डेंगू एवं अन्य वेक्टरजनित रोगों के बचाव एवं नियंत्रण हेतु क्या करें एवं क्या न करें की जानकारी प्रार्थना/असेम्बली स्थल पर दी जाए। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को पूरी आस्तीन के कपड़े/डेªस पहनने पर बल दिया जाए तथा माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा के विद्यालयों में डेंगू रोधी टीम के माध्यम से टोली बनाकर नाटक-सेमिनार-संगोष्ठी के माध्यम से डेंगू से बचाव के उपाय बताए तथा विद्यालयों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट किया जाए। 
मुख्य सचिव ने सूचना विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनहित में वेक्टर जनित रोगों के बचाव, रोकथाम, निदान एवं उपचार की जानकारी प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से जनसामान्य को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने मनोरंजन कर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि रेडियो, एफ.एम., केबिल टीवी पर समय-समय पर वेक्टर जनित रोगों के बचाव एवं रोगियों की जानकारी प्रदान की जाए तथा स्लाइड द्वारा सिनेमा हाॅल में प्रचार कराया जाए जोकि जनहित में अति आवश्यक है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नहरों एवं अन्य स्त्रोतों से जो पानी सिंचाई के लिए दिया जाता है उससे खेतों के आस-पास जल भराव की स्थिति कतई न उत्पन्न होने पाए तथा किसान अपने गांव एवं आवासीय क्षेत्र के आस-पास अनावश्यक जल भराव न होने दें।   
बैठक में अपर मुख्य सचिव, सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री देवेश चतुर्वेदी, सचिव, स्वास्थ्य सुश्री वी. हेकाली झिमोमी, सचिव, बेसिक शिक्षा सुश्री मनीषा त्रिघाटिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।