बैरी बना कोरोना, छह महीने टलीं शादियां

उन्नाव : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव लागू लॉकडाउन के कारण लोगों को शादी की तय तारीखों को छह माह तक आगे बढ़ाना पड़ा। वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए वर-वधू पक्ष की ओर से लिए गए इस निर्णय के बाद गेस्ट हाउस की बुङ्क्षकग कैंसिल करा दी है या फिर छह माह बाद निकल रही तारीखों में मर्ज करने का प्रयास किया जा रहा है। पास की तारीखें कैंसिल होने से गेस्ट हाउस संचालकों को जहां बड़ा नुकसान हुआ। वहीं लगन का शुभ महूर्त व तारीखें तय करने वाले आचार्यों को दोबारा तारीख विचारने के लिए दोहरी कमाई का अवसर मिल रहा है।
वर और वधू पक्ष ने यह तारीखें आगे बढ़ाने का निर्णय महज 21 दिन के लॉकडाउन के कारण नहीं लिया। बल्कि संक्रमण से बचने को सोशल डिस्टेंङ्क्षसग बनाने के लिए टाला। आचार्य सर्वेश शुक्ल पियूष बताते हैं कि जजमानों ने खुद ही ग्रह किया तब आगे की तारीखें विचार कर उनको बताई गई हैं। लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है और लगन की तारीखें 15 अप्रैल से बन रही हैं जो लगातार 25 मई तक चलेगीं। यह जानते हुए भी वर और वधू पक्ष की ओर से खुद व परिवार सहित समाज की सुरक्षा को लेकर लिया गया निर्णय सराहनीय है। 
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शादी की तारीखें जो थीं तय
आचार्यों के मुताबिक विवाह से लिए अप्रैल में 15, 17, 20, 26, 27, 28 तारीख को शुभ लग्न थीं तो मई माह में ये लग्न एक से 25 तारीख तक को शादी के लिए उत्तम तिथि मानी गई। इसके बाद वर वधू पक्षों को आचार्यों ने 14 से 30 जून तक की तारीखें दी थीं। अब आचार्य ने 30 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच शादी के शुभ मुहूर्त की तारीखें दी हैं। 
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आगे बढ़वाएंगे मांगलिक कार्यक्रम
15 अप्रैल को स्वयं के तिलकोत्सव के लिए शहर के अर्पित ङ्क्षसह ने गेस्ट हाउस बुक कराया था। अब वह कार्यक्रम को आगे बढ़ाना चाह रहे है। 20 अप्रैल को शहर निवासी मुन्ना ठेकेदार ने बेटी के विवाह के लिए गेस्ट हाउस बुक करवाया। अब कैङ्क्षसल करवाएंगे या फिर आगे की तारीख में मर्ज करवाएंगे। 25 अप्रैल को परसू राजपूत ने बेटी के ब्याह के लिए बुक कराया गेस्ट हाउस फिलहाल आगे की तारीख पर बुक करना चाहते हैं। 27 अप्रैल को रमेश यादव का साले का तिलक था। बुक किया हुआ गेस्ट हाउस अब आगे बढ़ाना पड़ रहा है। 
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सरकार की गाइड लाइन के बाद करेंगे बुङ्क्षकग
शादी की तारीखें तय होने के बाद वधू पक्ष की ओर से जो पहला काम किया जाता है। वह है गेस्ट हाउस की बुङ्क्षकग। गेस्ट हाउस संचालक बताते हैं कि सारी तारीखें बुक थीं। जो फिलहाल कैंङ्क्षसल हो गईं। अब आगे भी हम लोगों के पास नवबंर और दिसंबर की बुङ्क्षकग आ रही हैं। लेकिन हम फिलहाल कोई बुङ्क्षकग नहीं ले रहे हैं। जब तक सरकार की भीड़ एकत्रित होने को लेकर कोई गाइड लाइन नहीं जारी होती।